इज़रायल में मौजूद भारतीयों को देश लाने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया जा रहा है. वो भारतीय नागरिक जो मौजूदा हालात के मद्देनज़र लौटना चाहते हैं, उन्हें भारत वापस लाया जाएगा. आज पहला जत्था इज़रायल से भारत रवाना होगा, इसके लिए स्पेशल चार्टर्ड फ़्लाइट का इंतज़ाम किया गया है.
इजराइल-हमास के बीच शनिवार को शुरू हुए युद्ध का आज छठाँ दिन है। चार दिन में दोनों तरफ से 2100 लोगों की जान जा चुकी है। दुनियाभर के देश लड़ाई में फंसे या युद्ध क्षेत्र से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे अपने लोगों को घर लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये जानकारी देते हुए कहा कि हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. इज़रायल में 18 हज़ार भारतीय रहते हैं, जो नौकरी और पढ़ाई के लिए वहां गए हैं. इज़राइल और फिलिस्तीन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया है।
भारत सरकार स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स के माध्यम से भारतीय नागरिकों की वापसी की सुविधा प्रदान करेगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर भारतीय नौसेना के जहाजों को भी सेवा में लगाया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने X पर एक पोस्ट में कहा, “जो हमारे नागरिक इजरायल से वापस आना चाहते हैं, उनकी वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू कर रहे हैं। विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध।”
पहला स्पेशल चार्टर्ड प्लेन आज लौटेगा भारत ।
तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने कहा कि उसने गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों की पहली ईमेल जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि अन्य रजिस्टर्ड लोगों को मैसेज अगली उड़ानों के लिए भेजा जाएगा। जयशंकर ने बुधवार शाम यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बात की।
उन्होंने ट्वीट किया, “पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।” 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने और बड़े पैमाने पर हत्याएं करने के बाद किसी अरब देश के विदेश मंत्री के साथ यह उनका पहला संपर्क था। यूएई और बहरीन ने हमलों के लिए हमास की आलोचना की है।
इससे पहले बुधवार को, अधिकारियों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि भारत ने गाजा में थोड़ी संख्या में निवासियों सहित इज़राइल और फिलिस्तीन में अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए काम शुरू किया है। पहले कदम के रूप में, विदेश मंत्रालय ने बुधवार को 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया क्योंकि इज़राइल ने हमास शासित गाजा पर हवाई हमले जारी रखे हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, कंट्रोल रूम का उद्देश्य स्थिति की निगरानी करने और सूचना एवं सहायता प्रदान करने में मदद करना है।
इसके साथ ही, तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने 24 घंटे की इमरजेंसी हेल्पलाइन स्थापित की। रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन भी स्थापित की
Discussion about this post