एक वक्त था जब हर कोई अपना काम खत्म करके टीवी के सामने बैठ जाता था और अपने पसंदीदा सीरियल का इंतजार करता था. पहले के दौर में परिवार के सभी सदस्य साथ में व एक ही छत के नीचे रहते थे तो टीवी पर पारिवारिक धारावाहिक देखने का मजा ही कुछ और था। वो दूरदर्शन का एक दौर था. जब लोग बढे चाव से अपने सीरियल का दूरदशर्शन पर इंतजार करते थे। जानें देश का पहला टीवी शो कौन सा था और 5 टॉप दूरदर्शन के सीरियल्स कौन से थे। आइए डालते है एक नजर
दूरदर्शन की शुरूआत साल 1959 उनसठ में हुई थी. लेकिन 1980-90 में ये सबसे ज्यादा लोगों के बीच पॉपुलर हुआ. उस वक्त लोगों के लिए एंटरटेनमेंट का यही सबसे बड़ा जरिया था. उस वक्त धार्मिक ग्रंथों और मशहूर किताबों पर बने सीरियल लोगों के दिलों में बस गए. आज भी लोग उन शोज को भुला नहीं पाए हैं. इनमें महाभारत, रामायण और मालगुडी डेज जैसे हिट सीरियल्स तक के नाम शामिल हैं. भले ही 80 और 90 के दशक में लोगों के लिए मनोरंजन के साधन सीमित थे लेकिन उसमें भी काफी खुश थे. खैर, यहां एक नजर डालते हैं दूरदर्शन के टॉप 5 और सबसे ज्यादा यादगार सीरियल्स पर.
सबसे पहले बात करते हैं टीवी सीरियल ‘हम लोग’ के बारे में जो दूरदर्शन पर साल 1984चौरासी–85 पचासी तक दिखाया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दूरदर्शन का पहला धारावाहिक ‘हम लोग’ ही था. इस सीरियल के डायरेक्टर थे पी. कुमार वासुदेव. शो की कहानी एक मिडिल क्लास फैमिली और उसके स्ट्रगल के बारे में थी. हम लोग सीरियल ने लोगों के दिलों में अच्छी जगह बना ली थी। क्योंकि ये सीरियल पारिवारिक था।
मालुगडी डेज
इसके बाद सबका फेवरेट ‘मालुगडी डेज’ दूसरे नंबर पर आता है जिसकी शुरूआत दूरदर्शन पर साल 1986छियासी में हुई थी. ये शो आर.के. नारायण की कहानियों पर बना था जिसे शंकर नाग ने डायरेक्ट किया था. 80 और 90 के सबसे यादगार दूरदर्शन के धारावाहिकों में शुमार ये शो मालगुडी नाम के काल्पनिक कस्बे की कहानी को दिखाता था.
रामायण
अब बात करते हैं रामानंद सागर की ‘रामायण’ के बारे में जो 1987सत्तासी में शुरू हुआ था. शो में अरुण गोविल ने राम और दीपिका चिखलिया सीता माता का रोल किया था. साथ ही सुनील लाहिड़ी रामायण में लक्ष्मण बने और अरविंद त्रिवेदी ने रावण का रोल किया. इस शो के लिए लोगों में इस कदर दीवानगी थी कि सीरियल के किरदारों को ही उन्होंने भगवान समझ लिया था.
महाभारत
दूरदर्शन की अगली लिस्ट में बी.आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ का नाम तो आना ही था जिसकी शुरूआत 1988 अट्ठासी में हुई थी. 34 चौंतीस साल पहले बने दूरदर्शन के इस सीरियल की बराबरी आज तक कोई नहीं कर पाया है. पांडवों और कौरवों की कहानी को पूरे देश की जनता ने प्यार दिया था.
बुनियाद
पांचवें नंबर पर आता है दूरदर्शन के धारावाहिक ‘बुनियाद’ का नाम जो 1986 छियासी में शुरू हुआ था. इस शो को शोले के डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने डायरेक्ट किया था. इस सीरियल की कहानी एक पंजाबी परिवार और भारत-पाकिस्तान के बंटवारे पर थी.
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