नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘नई दिल्ली नगरपालिका परिषद’ (एनडीएमसी कर्मचारियों) के कर्मचारियों के साथ बातचीत की है और संसद में उनके मुद्दों को उठाने का वादा किया है। नई दिल्ली विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने मंगलवार को इस जानकारी का खुलासा किया। उन्होंने कहा, “यह क्षेत्र एनडीएमसी के कर्मचारियों का है।
यहाँ की सबसे बड़ी समस्या इसी से जुड़ी है। पहले हर साल लगभग सात-आठ हजार लोगों को काम मिलता था, लेकिन एनडीएमसी ने इसे बंद कर दिया है। अरविंद केजरीवाल एनडीएमसी के सदस्य रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस विषय को नहीं उठाया। एनडीएमसी गृह मंत्रालय के अधीन है, लेकिन भाजपा ने भी इस पर कोई बात नहीं की। अब लोगों को चिंता है कि उनके बच्चे कहाँ काम करेंगे, क्योंकि यहाँ पहले पारंपरिक रूप से रोजगार मिलता था।” संदीप दीक्षित ने आगे कहा, “सरकार ने नौकरी से संबंधित नीतियों को समाप्त कर दिया है।
एनडीएमसी ने कई स्थानों पर लोगों को मकान भी लीज पर दिए हैं। जब राहुल गांधी इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे, तो हम कानूनी लड़ाई लड़ सकेंगे। एक और समस्या यह है कि काम के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर केवल तीन-चार प्रतिशत लोगों को ही मुआवजा मिलता है।
राहुल गांधी ने आश्वासन दिया है कि वह इन सभी मुद्दों को समझेंगे और संसद में उठाएंगे।” उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा आम आदमी पार्टी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पर टिप्पणी करते हुए कहा, “अगर अखिलेश को लगता है कि दिल्ली की शराब नीति ठीक है और उत्तर प्रदेश में घर-घर शराब बांटनी चाहिए, तो वह प्रचार करें। उन्हें ही पता है कि वे किस नीति से प्रभावित हैं।”
Discussion about this post