यूं तो कंगना रनौत हुनरों की खान है उनमें टैलेंट की कोई कमी नहीं है। चाहे बड़े पर्दे पर अपने बेबाक अभिनय की छाप छोड़ना हो या फिर अपने विचारों और मानसिकता को सबके सामने स्पष्ट तौर पर रखना, कंगना रनौत दोनों में ही माहिर है। हाल ही में उनका पॉलिटिकल मुद्दों पर खुलकर बोलने इस चर्चा को काफी हवा देता है कि आने वाले समय में कंगना रनौत बॉलीवुड से निकलकर राजनीति में अपने कदम जमा सकती हैं और देखा जाए तो पिछले कुछ सालों के अंतराल में कंगना का बॉलीवुड ग्राफ दिन प्रतिदिन डाउन होता जा रहा है जिसके चलते ऐसा करना शायद कंगना के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर भी देखा जा सकता है।
क्यों राजनीति में जा सकती है कंगना
हाल ही में एक इवेंट के दौरान जब कंगन से पूछा गया कि कि उन्होंने राजनीति में जाने का फैसला क्या अपनी लगातार फ्लॉप फिल्म उसकी वजह से लिया है तो कंगना ने उसका जवाब देते हुए कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कंगना ने खुद को और शाहरुख को स्टार की आखिरी पीढ़ी कहकर संबोधित किया और साथ ही यह भी कहा कि शाहरुख खान ने भी पठान, जवान और डंकी अपनी करियर की बिगेस्ट हिट्स देने से पहले एक लंबा पीरियड फ्लॉप फिल्म्स देकर गुज़ारा है।
फ्लॉप फिल्म्स पर क्या बोली कंगना
टाइम्स नाउ समिट में बात करते हुए कंगना ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इंडस्ट्री में ऐसा कोई भी एक्टर होगा जिसने अपने करियर में कोई फ्लॉप ना दी हो। शाहरुख खान ने भी 10 सालों तक एक भी हिट नहीं दी, लेकिन उसके बाद फिर उनकी पठान ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखा दिया। मुझे भी 7 से 8 सालों तक कोई हिट नहीं मिली लेकिन उसके बाद क्वीन ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाया। उसके बाद फिर 3 से 4 सालों का गैप आया इसके बाद मणिकर्णिका चल गई और अब मेरी अगली फिल्म इमरजेंसी जल्द ही सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली है और मैं उम्मीद करती हूं कि एक लंबे ब्रेक के बाद यह भी अपना कमल थिएटर में जरूर दिखाएगी।
‘खुद को असली दुनिया से रूबरू करवाना चाहती हू’
खुद को और शाहरुख खान को स्टार्स की आखिरी पीढ़ी बताने वाले अपने स्टेटमेंट को जस्टिफाई करते हुए कंगना रनौत ने कहा की ओटीटीई के दुनिया भर में छाने के बाद एक सितारा होना आसान नहीं है। इन दिनों ओटीटी की वजह से एक्टर्स के पास अपना टैलेंट दिखाने के लिए मौके तो कहीं है लेकिन आज भी ओटीटी स्टार्स प्रोड्यूस नहीं कर पा रहा। हम स्टार्स की आखिरी पीढ़ी हैं। ओटीटी के पास कोई स्टार नहीं है। हम ही जानकार चेहरे हैं और भगवान की दया से हम काफी डिमांड में है। तो ऐसा नहीं है कि हमारे पास काम की कमी है इसलिए हम नए क्षेत्र में जाना चाहते हैं पर जैसा कि मैंने कहा, मैं अपने आप को असली दुनिया से रुबरु करवाना चाहती हूं सिर्फ आर्ट्स की दुनिया तक सीमित नहीं रहना चाहती।
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