मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी जानवरों से बेहद प्रेम करते हैं। अपने इस प्रेम के लिए वह जानवरों के लिए कई प्रोजेक्ट्स भी चलाते हैं। अनंत अंबानी हाथियों के संरक्षण के लिए वनतारा नाम से एक प्रोजेक्ट चलाते हैं। इसी प्रोजेक्ट के तहत उन्होंने त्रिपुरा के एक बीमार हाथी और उसके बच्चे के बचाव के लिए गुजरात के जामनगर से मदद भेजी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी को जानवरों से बहुत लगाव है। अनंत अंबानी जानवरों की देखरेख के लिए वनतारा नाम से एक प्रोजेक्ट भी चला रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत वे जानवरों की हरसंभव मदद करते हैं। इसी लगाव के मद्देनजर अनंत अंबानी के दरियादिली देखि गई जिसमें उन्होंने एक बीमार हाथी के लिए एक पूरी टीम को जामनगर से त्रिपुरा रवाना किया।
जानकारी के अनुसार, एक हाथी बीमार था, जिसके लिए अनंत अंबानी से मदद मांगी गई थी. एक दिन के अंदर ही अनंत अंबानी ने बीमार हाथी के इलाज का बीड़ा उठाया और जामनगर से करीब 3500 किमी दूर त्रिपुरा के कैलाशहर में डॉक्टरों की टीम भेजी गई. यहां डॉक्टरों ने बीमार हाथी और उसके बच्चे की जांच की. साथ ही बीमार हाथी का इलाज भी शुरू किया. वीडियो शेयर कर यूजर ने बताया कि 24 घंटों में गजराज की सेवा के लिए जामनगर से 3500 किलोमीटर दूर त्रिपुरा पहुंची अनंत अंबानी की डॉक्टरों टीम. इसे कहते हैं. सच्चा सेवा भाव.
वनतारा शब्द वन और तारा शब्दों का मेल है। मतलब कि जंगल का तारा (Star of Forest)। इसके तहत रिलायंस ग्रुप का फाउंडेशन एक बड़ी पहल शुरू की है। दरअसल, भारतीय संस्कृति में प्रकृति को मां का स्थान दिया गया है। इस प्रकृति में निवास करने वाले सभी जीवों को कुटुम्ब माना गया है। इन्हीं कुटुम्बों के लिए प्रोजेक्ट वनतारा की शुरुआत की गई है।
वनतारा प्रोजेक्ट रिलायंस के जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में शुरू किया गया है। वहां करीब तीन हजार एकड़ में फैला ग्रीन बेल्ट है। इसी ग्रीन बेल्ट में दुनिया भर के जानवरों और वन्य जीवों के संरक्ष का काम वनतारा प्रोजेक्ट के तहत हो रहा है। वहां देश-विदेश के घायल, शोषित और लुप्त होने के कगार पर पहुंच गए बेजुबानों का रेस्क्यू कर इलाज किया जाता है। इलाज पूरा हो जाने के बाद उनका पुनर्वास भी किया जाता है।
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