ब्रज में खेली जाती है 40 दिनों तक भव्य होली बसंत पंचमी के साथ ही ब्रज में होली की शुरुआत हो जाती है और ये सिलसिला लगातार 40 दिनों तक चलता है. इस बीच ब्रज के तमाम क्षेत्रों बरसाना, मथुरा, वृंदावन, नंदगांव वगैरह में अलग-अलग तरह की होली खेली जाती है.ब्रज की होली को देखने के लिए देश-विदेश से लोग मथुरा, बरसाना पहुंचते हैं.
भारत मेंरंग और उमंग से भरी जिस होली का इंतजार लोगों को पूरे साल बना रहता है, उसका एक अलग ही रंग ब्रज मंडल में देखने को मिलता है. लगभग 40 दिनों तक मनाए जाने वाले फाग पर्व को यहां पर अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, लेकिन बरसाना में मनाई जाने वाली होली इन सभी में सबसे अलग होती है. यही कारण है कि यहां पर खेली जाने वाली लड्डू और लट्ठमार होली को न सिर्फ खेलने बल्कि देखने के लिए हजारों-हजार लोग देश-विदेश से पहुंचते हैं.
बरसाना की लट्ठमार होली की चर्चा किए बगैर होली की बात अधूरी मानी जाती है. दुनिया भर में प्रसिद्ध बरसाना की रंगीली गली में मनाई जाने वाली लट्ठमार होली इस साल 18 मार्च को बरसाना और 19 मार्च को नंदगांव में मनाई जाएगी. बरसाना की लट्ठमार होली को राधा रानी और भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है.
लट्ठमार होली को खेलने के लिए आज भी नंदगांव के पुरुष और बरसाने की महिलाएं ही भाग लेती हैं. जिसमें महिलाएं पुरुषों पर लाठियां भांजती हैं तो वहीं पुरुष उनसे बचने के लिए ढाल का प्रयोग करते हैं.
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