महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में देशभर में गुस्सा है. जिसको लेकर जमकर बवाल हुआ.. अब इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है..
अब इस मामले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान सामने आया है…. सीएम शिंदे ने कहा है… कि बदलापुर मामले में स्थानीय लोग शामिल नहीं थे. प्रदर्शन के लिए बाहर से लोग आए थे… आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. आंदोलन करने वाले लोगों ने रेल रोकी. कार्रवाई के कड़े आदेश देने के बावजूद भी रेलवे रोकने की वजह समझ में नही आई. इसके पीछे विपक्ष के लोग हैं, इस घटना पर राजनीति की जा रही है.
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने बदलापुर में बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया….शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने इस मामले पर कहा कि दो छोटी बच्चियों के साथ घिनौना अपराध हुआ है. उन बच्चियों को समझ भी नहीं है कि उनके साथ क्या हुआ है? घटना के विरोध में जो लोग सड़क पर उतरे हैं, सरकार उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कर रही है. मुख्यमंत्री से मेरा सवाल है कि आपका बुलडोजर बदलापुर में क्यों नहीं गया? आप खुद क्यों नहीं गए?
महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है. मुख्यमंत्री का ये कहना कि ये राजनीतिक प्रदर्शन है, गलत है. उन्हें अपने दावों की पुष्टि करनी चाहिए. क्या विपक्ष न्याय की मांग नहीं कर सकता? बीजेपी से जुड़े हुए स्कूल ने मामले पर संज्ञान लेने में देरी की.
इस मामले में वरिष्ठ वकील और बीजेपी नेता उज्जवल निकम को विशेष अभियोजक नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि कल रात महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने मुझे फोन पर बताया कि बदलापुर की घटना गंभीर है. उन्होंने फोन पर मुझे ये कह दिया कि आप ये ट्रायल चलाइए. मैंने फडणवीस साहब को कहा कि मैं जरूर चलाऊंगा. महाराष्ट्र के इतिहास में 10 घंटे रेल रोको आंदोलन, ये बड़ा आंदोलन माना गया. अभी आधिकारिक तौर पर मुझे नोटिफिकेशन नहीं मिला है. लेकिन जब सीएम साहब और होम मिनिस्टर साहब कहते हैं तो मैं जरूर ये ट्रायल बहुत जिम्मेदारी के साथ चलाऊंगा.
महाराष्ट्र के बदलापुर में किंडरगार्टन में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ यौन शोषण का आरोप है. आरोप है कि स्कूल में ही काम करने वाले एक सफाई कर्मचारी ने दोनों बच्चियों का यौन शोषण किया. इस घटना का पता चलने पर इलाके के लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए और हजारों प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. इससे लोकल ट्रेन सेवाएं ठप हो गईं. वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा. बदलापुर रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और स्कूल की इमारत में तोड़फोड़ कर दी. पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर नौ घंटे बाद विरोध प्रदर्शन खत्म कराया.
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