चुनाव बीत गया… करारी हार से भाजपा उबल रही है…. उसे आस्तीन के सांपों की तलाश है.. गद्दारों की तलाश है…. जो हारे वो चीख-चीखकर कह रहे हैं… मेरी पीठ में अपनों ने खंजर घोंपा… तो पीछे वो सांसद भी नहीं… जो कम मार्जिन से जीते… उन्होंने भी आस्तीन के सांपों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…
कुल मिलाकर हार पर रार मची हुई है… अब तक 12 से अधिक प्रत्याशियों ने पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट भेजी है… ये रिपोर्टें भितरघात के आघात से रंगी हुई हैं… बता दें कि लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा को आश्चर्यजनक तौर से करीब-करीब आधी सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है… सात केंद्रीय मंत्रियों तक को हार का सामना करना पड़ा है।
अब तक की जांच में सामने आया है कि…. कि टिकट वितरण की खामियों की वजह से ही भाजपा की ऐसी गति हुई। तमाम ऐसे सांसद हैं…. जिनके खिलाफ माहौल को देखते हुए स्थानीय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनको टिकट नहीं देने की गुजारिश की थी… लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर प्रत्याशी थोप दिए गए… लिहाजा नाराज पार्टी कार्यकर्ता भी घर बैठ गए, जिसका परिणाम सामने है…
देखा जाए तो टिकट बंटवारे को लेकर ही कई सीटों पर भितरघात की आग सुलगने लगी थी… लेकिन प्रदेश संगठन इसे दबाता रहा… यह बात ऊपर पहुंचाने के बजाय भितरघात की बात को नकारा जाता रहा…. लिहाजा इसका ‘साइड इफेक्ट’ अब सामने आ रहा है। पार्टी का प्रदेश संगठन अंदर ही अंदर उबल रहा है,,, जिन बड़े चेहरों को हार मिली है, उन्होंने भी पार्टी नेताओं पर हार का ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है।
उन्नाव से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले साक्षी महाराज ने इस बार जीत का अंतर कम होने के पीछे भितरघात को जिम्मेदार बताया है…. उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर काम करने वाले कुछ ‘गद्दारों’ और ‘आस्तीन के सांपों’ की वजह से वोट कम हुए।
यूपी में सपा-कांग्रेस के हाथों मिली हार के बाद अब भाजपा के हारे-जीते उम्मीदवारों ने संगठन को रिपोर्ट देनी शुरू कर दी है। इस रिपोर्ट में ‘आस्तीन के सांप’ और ‘गद्दार’ जैसे शब्दों का खूब इस्तेमाल हुआ है। हारे केंद्रीय मंत्रियों ने भी हार का ठीकरा अब पार्टी के नेताओं पर ही फोड़ना शुरू कर दिया है।
आम तौर पर भितरघात के आरोपों को खारिज करने वाले भाजपा हाईकमान के पास हर सीटों से भितरघात की रिपोर्ट पहुंच रही है। चुनाव परिणाम आने के बाद से तमाम लोगों ने पार्टी हाईकमान के साथ ही मुख्यमंत्री को भी अपनी-अपनी सीटों की रिपोर्ट सौंपी है। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को एनडीए की बैठक से पहले भाजपा हाईकमान ने भितरघात की शिकायतों को लेकर गंभीरता से चर्चा की है।
बंद कमरे में करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद हाईकमान ने प्रदेश संगठन से भितरघात करने वालों को चिह्नित कर रिपोर्ट मांगी है। इस आधार पर संगठन ने प्रदेश के एक-एक बूथ की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही सभी हारे हुए प्रत्याशियों और जीते सांसदों से भी एक-एक सीट पर बूथवार रिपोर्ट मांगी गई है।
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