सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग खारिज कर दी है और यह साफ कर दिया है कि नीट-यूजी रद्द नहीं होगी. कोर्ट ने यह भी माना कि झारखंड के हजारीबाग और बिहार के पटना में पेपर लीक हुआ, लेकिन इसका पूरे रिजल्ट पर असर नहीं है
सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि हजारीबाग और पटना में पेपर लीक होने से 155 छात्रों को फायदा मिला है…. फिलहाल, कोर्ट के फैसले के बाद इस पूरे विवाद का पटाक्षेप हो गया है. आइए जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में कैसे एक सीबीआई अफसर ने पटना-हजारीबाग में NEET पेपर के बंदरबांट की पूरी कहानी बताई और जांच एजेंसी ने दावा किया कि ये गड़बड़ी सिर्फ स्थानीय स्तर तक ही सीमित रही.
देश में किसी भी परीक्षा के लिए रिजल्ट एक बार जारी होते हैं, लेकिन 2024 की नीट-यूजी परीक्षा के लिए तीन बार परिणाम जारी करने पड़े हैं. पहली बार 4 जून को रिजल्ट जारी हुए थे, इसी दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ रहे थे. देश के चुनावी मोड में होने की वजह तब इसके रिजल्ट की उतनी चर्चा नहीं हुई जितनी आमतौर पर होती है. अगले दिन यानी 5 जून को नीट को लेकर चर्चा शुरू, रिजल्ट को लेकर सवाल खड़े हुए.
रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स और टॉपर्स को लेकर विवाद शुरू हुआ. 67 छात्रों ने 720 अंकों के साथ पहला रैंक हासिल किए. विवाद बढ़ा तो कुछ छात्र सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. इसके बाद नीट परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने ग्रेस मार्क्स वाले 1563 छात्रों के लिए री-टेस्ट का ऐलान किया और दोबारा परीक्षा हुई. 30 जून को 1563 छात्रों का दूसरी बार रिजल्ट जारी किया गया.23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को नीट परीक्षा का रिजल्ट फिर से जारी करने का आदेश दिया है. एनटीए अगले दो दिन में नया मेरिट लिस्ट जारी करने की बात कही है. इस तरह से देखें तो नीट-यूजी 2024 पहली परीक्षा होगी जिसका एक बार नहीं बल्कि तीन बार रिजल्ट जारी करना पड़ा.
दरअसल, नीट-यूजी पेपर लीक कांड मामले में केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच के निर्देश दिए थे. सीबीआई ने इस पूरे मामले के कनेक्शन खंगाले और आपस में लिंक जोड़े. उसके बाद संदिग्धों को हिरासत में लिया. पूछताछ में बड़े स्तर पर गड़बड़ियों की जानकारी मिली. ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कीं. पटना से लेकर रांची तक सीबीआई की टीमें डेरा डाले रहीं और सबूत जुटाती रहीं ताकि कोर्ट में यह पुख्ता तौर पर साबित किया जा सके कि इस पूरे बंटरबांट में कौन-कौन किरदार है और कैसे पेपरलीक की पूरी साजिश रची गई. पेपर कैसे लीक हुआ? सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को पूरी जानकारी दी. वे कोर्ट के सामने पेश हुए और उन घटनाओं के बारे में बताया कि कैसे जांच एजेंसी के अनुसार नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक को पटना और हजारीबाग में अंजाम दिया गया.सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक ने बेंच को बताया कि कैसे जांच एजेंसी ने पटना में जले हुए प्रश्न पत्र के टुकड़े को हासिल किया और पेपर पर यूनिक सीरियल नंबर के आधार पर पाया कि ये पेपर हजारीबाग के एक स्टूडेंट का था.
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