काशी में प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस दिन हिंदू-मुसलमान आपस में लड़ाई करेंगे, उस दिन सबको संभालना मुश्किल हो जाएगा। मैं कभी भी इस तरह की लड़ाई नहीं करूंगा। मैं यह भी कहता हूं कि हमारे यहां सरकारी योजनाओं में किसी का धर्म या जाति कोई भी बाधक नहीं है। मैं हैरान हूं कि किसी ने इस बात को मुस्लिमों से जोड़ा कि जब आपने मुस्लिमों का जिक्र किया तो बहुत बच्चे पैदा करते हैं। हमने कभी न हिंदू कहा और न मुस्लिम, बस यही कहा कि जितने बच्चे लालन-पालन हों, उतने ही अच्छे।
चुनाव में राम मंदिर पहले मुद्दा नहीं था, न अब है और न हमेशा रहेगा। यह एक श्रद्धा का मुद्दा है। जो लोग इसे ठुकरा देते हैं, उन्हें डर लगता है कि यह पाप हमें मार देगा। वह बहुत चिंतित हैं।
यह है पूरा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को काशी में कहा कि जिस दिन हिंदू-मुसलमान करूंगा, उस दिन सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा। मैं कभी हिंदू-मुसलमान नहीं करूंगा, यह मेरा संकल्प है। सरकारी योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियों को लाभान्वित कराते समय जाति या धर्म नहीं देखता हूं। धानमंत्री मोदी गंगा पूजन के बाद मंगलवार को क्रूज पर सवार हुए और समाचार चैनल के प्रतिनिधियों से बात की। उनसे सवाल पूछा गया कि स्टेज पर जब आपने मुसलमानों का जिक्र किया तो घुसपैठिया और ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला कहा। इसकी क्या जरूरत थी? इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हैरान हूं कि इसे मुसलमानों से जोड़ा जा रहा है।
जबकि, हमने इसके पहले न हिंदू कहा था और न मुसलमान कहा था। हमारे यहां किसी भी समाज में जहां गरीबी ज्यादा है, वहां बच्चे ज्यादा हैं। हमारा इतना ही कहना है कि उतने ही बच्चे हों, जिनका लालन-पालन आप आसानी से कर सकें। एक अन्य सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव में राम मंदिर पहले भी मुद्दा नही था, आज भी नहीं है और भविष्य में भी नहीं रहेगा। राम मंदिर श्रद्धा का मुद्दा है। जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकरा दिया, उनको डर लगता है कि यह पाप अब हमें मार देगा। वह बहुत चिंता में हैं।
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