“कोई परिंदा भी पर मरेगा, तो जान से मारा जायेगा”, इतने कड़े है पीएम मोदी के सिक्योरिटी फीचर्स
देश के प्रधानमंत्री को देश के मुखिया का दर्जा दिया जाता हैं और जैसा की हम जानते है की हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी है, जो भारत के राष्ट्रपति के मुख्य सलाहकार और मंत्रिपरिषद के प्रमुख भी हैं और ये तो हम जानते है की प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के पास होती है। एसपीजी के जवान पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी निभाते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ी सभी जानकारियां डिटेल में बताने वाले है, इसलिए आर्टिकल को आखरी तक जरूर पढ़िएगा Prime minister के security की सारी सुविधा का खर्च जिसे सुन कर आपके होश उड़ जाएंगे
इन हथियारों से होती है प्रधानमंत्री की सुरक्षा?
एसपीजी के जवान आधुनिक हथियारों जैसे एफएनएफ-2000 असॉल्ट राइफल, स्वचालित बंदूकें और कुछ खतरनाक पिस्तौल जैसे 17-एम से लैस हैं। लेकिन क्या आपने इस बात पर गौर किया कि इन जवानों के पास एक सूटकेस भी होता है?? यह सूटकेस क्या है और इस सूटकेस में क्या रखा जाता है? असल में यह सूटकेस एक न्यूक्लियर बटन है, जिसे प्रधानमंत्री से चंद फुट की दूरी पर रखा जाता है और यह देखने में बेहद पतला है। दरअसल, यह एक पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड या पोर्टेबल फोल्डेड बैलिस्टिक शील्ड है जिसे हमले के दौरान खोला जा सकता है। यह एनआईजी लेवल 3 की सुरक्षा प्रदान करता है। जब भी सुरक्षाबलों को कुछ संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो वे सुरक्षा के लिए इसे खोलने के लिए ढाल को नीचे की ओर करते हैं। यह सूटकेस वीवीआईपी को तुरंत सुरक्षा देने के लिए एक शील्ड का कार्य करता है।
क्या आप जानते हैं कि इस सूटकेस में एक सीक्रेट पॉकेट भी है जिसमें पिस्टल रखी जाती है। देश के प्रधानमंत्री के पास यह तय करने का एकाधिकार नहीं है कि भारतीय परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कब और कैसे करना है। इसका इस्तेमाल कब करना है इसका अधिकार न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी के पास है। एक काउंटर असॉल्ट टीम (कैट) भी है जो एसपीजी के साथ एक त्वरित रिस्पांस देने वाली टीम है। यह टीम FN-2000, P-90, Glock-17, Glock-19 और FN-5 जैसी अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों का उपयोग करती है। इसे कठोर ट्रेनिंग व्यवस्था के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है और इसकी विशेषता यह है कि यह प्रधानमंत्री पर किसी भी हमले के दौरान एसपीजी तेजी से कार्रवाई करता है।
एसपीजी चार भागों में पीएम का सुरक्षा जिम्मा संभालती है। ऑपरेशन, ट्रेनिंग, इंटेलिजेंस एंड टूर एडमिन।
एसपीजी ऑपरेशन कम्युनिकेशन करती है। इसी के जिम्मे पीएम की कार और ट्रासपोर्ट की व्यवस्था संभालना होता है। इनके हाथ में खास तरह के दास्ताने होते हैं जो चोट लगने से इन्हें बचाते हैं। एसपीजी सुरक्षा के लिए एल्बो और नी गार्ड पहनते हैं।
एसपीजी इंटेलिजेंस एंड टूर टीम इंटेलिजेंस इनपुट और खतरों पर नजरों रखता है। ये पीएम की यात्रा की जिम्मेदारी संभालती है।
एसपीजी प्रधानमंत्री के आस-पास कई घेरा बनाके रखती है। हमले होने की स्तिथि में एसपीजी के जवान पीएम को घेर लेते हैं और और तुरंत ही हमलावर को ढेर कर देते हैं।
इनको बिना हथियार के भी लड़ने की ट्रेनिंग दी जाती है। ये जबरदस्त लड़ाके किसी भी वक़्त दुश्मन से दो दो हाथ करने में सक्षम होते हैं।
चप्पे-चप्पे पर रहती है पुलिस
प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को लेकर दो जगह भी तय की जाती। मोदी किस रास्ते से जाएंगे यह किसी को भी पता नहीं रहता है। इतन ही नहीं पीएम जहां से गुजरते हैं वहां जमीन से लेकर आसमान तक चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है। पीएम मोदी की सिक्योरिटी मनमोहन सिंह की तुलना में दोगुनी है। वो जहां से गुजरते हैं वहां एसपीजी के जवान तैनात रहते हैं। उनकी सुरक्षा में विभिन्न घेरों के तहत एक हजार से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं। साथ की पुलिस व प्रशासन के कई अधिकारी भी तैनात किए जाते हैं।
ऐसे होती है प्रधानमंत्री की सुरक्षा
मोदी अति सुरक्षा वाली बुलेटप्रुफ बीएमडब्ल्यू 7 में सफर करते हैं। उनके काफिले के साथ-साथ ऐसी ही दो डमी कारें चलती हैं,ताकि हमलावर को भ्रमित किया जा सके। पीएम के काफिले में सबसे पहले पुलिस सिक्योरिटी स्टाफ की गाड़ी सायरन बजाती हुई आती है। उसके बाद आती है एसपीजी की गाड़ी और फिर दो गाडिय़ां आती हैं,इसके बाद लेफ्ट और राइट साइड से दो गाडिय़ां आती हैं और बीच में रहती है मोदी की गाड़ी। मोदी के काफिले में चलने वाली कारों की एसपीजी अच्छी तरह जांच करती है,उनके काफिले में एक जैमर से लैस गाड़ी रहती है, जिसमें दो एंटिना फिट रहते हैं।
ये सडक़ के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी तक रखे बिस्फोटक को निष्क्रिय कर सकते हैं। वहीं जब पीएम मोदी पैदल चलते है तो उनके आगे-पीछे सादे कपड़ों में एनएसजी के कमांडो चलते हैं। आपको बता दें कि एसपीजी के कमांडो के पास खास खास तरह की राइफल रहती है,जिससे एक मिनट में 800 फायर हो सकता है।
वहीं पीएम के करीब रहने वाले गार्ड काले चश्मे इसलिए पहनते है कि अगर कोई पीएम पर निशाना साधने की हिमाकत करे,तो उसे जवान देंख लें और उसे पता भी नहीं चले कि उसकी गतिविधि पर जवान की नजर है। यदि पीएम कहीं जा रहे हैतो पीएम के विमान के उड़ान भरने से पहले पूरे इलाके को नो फ्लाइंग जोन में बदल दिया जाता है।
पीएम मोदी होम बंगलो प्रोटेक्शन
अगर बात करे पीएम आवास की तो पीएम हाउस का अड्रेस 7, रेसकोर्स है, लेकिन यह सिर्फ एक बंगला नहीं है। यह 5 बंगलों 1, 3, 5, 7, और 9 को मिलाकर बना बंगलों का कॉम्प्लेक्स है। इस पूरे कॉम्प्लेक्स को 7 आरसीआर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि बंगला नंबर 7 में प्रधानमंत्री काम-काज देखते हैं और कैबिनेट की बैठकें लेते हैं। उन्होंने रहने के लिए चुना है 5 नंबर बंगला। पांच बंगलो के इस समूह के बंगला नंबर 3 पर हमेशा एक हेलीपैड भी बना है जिसपर एक हेलीकॉप्टर किसी भी आपदा की स्तिथि हमेशा उड़ान भरने के लिए तैयार खड़ा रहता है।
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