पुतिन-मोदी मुलाकात पर दुनिया की नजरें टिकी हैं। 16 सितंबर 2022 को एससीओ बैठक के दौरान, मोदी ने पुतिन से कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में इस बयान ने दुनियाभर का ध्यान खींचा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने पर ऑस्ट्रिया की यात्रा उनके लिए सम्मान की बात है। दोनों देश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशेंगे। यह बात उन्होंने ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में कही। पीएम मोदी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर रूस और ऑस्ट्रिया जाएंगे। इस दौरान वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापार बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।
विदेश दौरे से होंगे रिश्ते बेहतर
प्रधानमंत्री ने रविवार को ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर की सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में उम्मीद जताई कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे। पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य ही वह आधार हैं जिन पर दोनों देश मिलकर एक घनिष्ठ साझेदारी बनाएंगे।
नेहमर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के प्रधानमंत्री का वियना में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने लिखा कि यह यात्रा विशेष है क्योंकि यह 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हम भारत के साथ राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हमें अपने द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने और कई भू-राजनीतिक चुनौतियों पर बेहतरीन सहयोग पर बात करने का अवसर मिलेगा। नेहमर की टिप्पणी पर प्रधानमंत्री मोदी ने उनका आभार व्यक्त किया।
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