महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने सोमवार को मुंबई-गोवा राजमार्ग की स्थिति को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री रवींद्र चव्हाण की आलोचना की और मांग की कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उनका इस्तीफा मांगें।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही ना हुआ हो लेकिन राजनीतिक दल काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। इस बार महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव कई मायनों में दिलचस्प होने वाला है। फिलहाल चर्चा सत्ता में काबिज महायुति के सहयोगी दलों में छिड़े बयानबाजी के सिलसिले पर हो रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेताओं ने भाजपा के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री रवींद्र चव्हाण और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे पर आरोप लगाए हैं। इस पूरे मामले में देवेन्द्र फडणवीस भी आ गए हैं।
रत्नागिरी से शिवसेना (शिंदे गुट) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने सोमवार को मुंबई-गोवा राजमार्ग की स्थिति को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री रवींद्र चव्हाण की आलोचना की और मांग की कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उनका इस्तीफा मांगें। हालांकि देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना नेताओं को अपने गठबंधन सहयोगियों के खिलाफ बार-बार बयानबाजी उचित नहीं है और इसकी उम्मीद नहीं की जाती है।
पूर्व मंत्री रामदास कदम ने कहा, “पीडब्ल्यूडी मंत्री रवींद्र चव्हाण गठबंधन तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और वह किसी तरह का प्रभाव नहीं करते हैं, सिर्फ दिखावा करते हैं और पीडब्ल्यूडी मंत्री के तौर पर उनसे जो काम करने की उम्मीद की जाती है, वह नहीं कर रहे हैं। मुंबई-गोवा हाईवे पर पुलों और सड़कों का निर्माण रुका हुआ है। सड़कें गड्ढों से भरी हुई हैं। कोंकण के लोगों की दुर्दशा खत्म नहीं हुई है और वे हमसे पूछते हैं कि हम सरकार में क्या कर रहे हैं।”
रामदास कदम कहा कि 14 साल बाद भी मुंबई-गोवा हाईवे के प्रति उदासीनता जारी है। कदम ने कहा, “भगवान राम का वनवास तो 14 साल में खत्म हो गया, लेकिन कोंकणी लोगों का वनवास खत्म नहीं हुआ। अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इस ओर ध्यान देना चाहिए और रवींद्र चव्हाण को इस्तीफा दे देना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “हमने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुंबई-गोवा हाईवे के काम पर चर्चा की थी। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने दिसंबर में घोषणा की थी कि अगले गणपति उत्सव तक मुंबई-गोवा रोड का काम पूरा हो जाएगा। हालांकि, इस सड़क की हालत बहुत खराब है।” इस पूरे मामले पर उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ बार-बार इस तरह के बयान देना ठीक नहीं है। इस तरह से हम भी आहत होते हैं। मुझे लगता है कि वरिष्ठ नेताओं को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। हम भी जवाब दे सकते हैं। मैं अब इस मुद्दे पर शिंदे जी से जरूर बात करूंगा।”
Discussion about this post