वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज से मिलने बॉलीवुड के मशहूर सिंगर मीका सिंह पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रेमानंद महाराज से बातचीत की,प्रेमानंद महाराज का अशीर्वाद भी लिया. जिसका वीडियो भी सामने आया है। इतना ही नहीं सिंगर ने महाराज जी से कई प्रश्न भी किए. आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज से सिंगर मीका सिंह ने क्या सवाल पूछे…
प्रेमानंद महाराज जी केवल वृंदावन में ही नहीं, बल्कि देशभर में काफी लोकप्रिय हैं. दूर दूर से इनके प्रवचन सुनने लोग आते हैं. इनके दरबार में आने वालों में सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि बड़े बड़े सेलेब्स, उद्योगपति और क्रिकेटर्स तक शामिल है. अब मीका सिंह, प्रेमानंद महाराज जी से मिले. उन्होंने यहां राधे नाम का गाना भी गाया तो महाराज जी से एक सवाल भी पूछा. ये सवाल इंडस्ट्री से जुड़ा था. चलिए बताते हैं मीका सिंह ने यहां क्या सवाल पूछा.
प्रेमानंद महाराज के दरबार में उनसे मिलने के लिए देश-दुनिया से लोग पहुंचते हैं. हेमा मलिनी, विराट कोहली, से लेकर कई दिग्गज भी उनसे मुलाकात करने जा चुके हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रेमानंद महाराज के दरबार उनसे मिलने बॉलीवुड के मशहूर सिंगर मीका सिंह पहुंचे. मीका सिंह, प्रेमानंद महाराज से मिलते हैं और नमास्कर करते हैं.मीका सिंह से मिलकर महाराज जी भी काफी खुश दिखे. फिर महाराज जी उनसे बोलते हैं कि क्या कभी आपने राधा नाम कभी गाया है? तो मीका सिंह कहते हैं कि आज कोशिश कर लेता हूं. फिर वह बहुत ही खूबसूरत तरह से राधा नाम जपते हैं.
फिर प्रेमानंद महाराज सिंगर को समझाते हैं कि हमारे जीवन का सबसे ज्यादा अमूल्य रत्न राधा नाम है. लौकिक धन दौलत तो सब यही रह जाएगा. बैंक बैलेंस और नाम तो यही रहेगा. साथ जाएगा जो भगवंत नाम और राधा नाम ही जाएगा. मीका सिंह, प्रेमानंद से मिलकर खुशी व्यक्त करते हैं. वह कहते हैं कि घर पर टीवी पर तो रोज उन्हें सुनते हैं लेकिन आज साक्षात देखकर सुनकर बहुत अच्छा लगा.
मीका सिंह प्रेमानंद महाराज से एक सवाल पूछते हैं कि मैं ऐसे माहौल में रहता हूं, जहां भागवतिक क्षेत्र नहीं है, वहां अच्छे विचार धारण कैसे करूं, जिससे आने वाले समय में मेरे अच्छे कर्म हो, इसके लिए क्या उपाय है. इस पर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि तुम्हें बहुत ही सावधान रहने की जरूरत पड़ेगी, तब ऐसा हो सकता है. क्योंकि हमारा बाहरी वातावरण जैसा होता है वैसा हम पर प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि जब तक खान-पान अच्छा नहीं होगा, चरित्र पवित्र नहीं होगा, तब तक हमारे कर्म अच्छे कैसे हो सकते हैं.
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