सुधा मूर्ति असल में ‘मूर्ति ट्रस्ट’ की अध्यक्ष होने के साथ साथ एक बेहतरीन लेखिका भी हैं। इसके अलावा सुधा मूर्ति एक सोशल वर्कर और मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और फिलहाल तो इन्फोसिस की को-फाउंडर सुधा मूर्ति जल्द ही राज्यसभा में नजर आने वाली हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे लेकर खुशी जाहिर करते हुए पोस्ट किया है।
बता दें, की इस आर्टिकल में हम आपको उनकी 5 ऐसे वाक्यों से अवगत कराएंगे जो आपके जीवन में भी प्रेरणा भरने का काम करेंगी।
- “ज्यादातर लोगों को पैसा मिलने पर उनके मूल्य समान नहीं होते।” पैसा इंसान को पूरी तरह से बदल देता है। बहुत कम लोग पैसे का लालच झेल पाते हैं और उन्हें ढूंढना मुश्किल होता है। मैंने सीखा है कि जहां भी पैसा होता है, लोग स्थिति का फायदा उठाना और अधिकतम रिटर्न हासिल करना पसंद करते हैं।”
- “हम अपने बच्चों को जीवन में केवल दो ही चीजें दे सकते हैं जो आवश्यक हैं। मजबूत जड़ें और शक्तिशाली पंख, फिर वे कहीं भी उड़ सकते हैं और स्वतंत्र रूप से रह सकते हैं। जीवन में सभी विलासिता में से, सबसे बड़ी विलासिता सही प्रकार की स्वतंत्रता प्राप्त करना है।”
- विश्वास अर्जित करना बहुत कठिन है। इसे बनाने में वर्षों लग जाते हैं और यह एक बुरे काम से एक पल में नष्ट हो सकता है। विश्वास के लिए अत्यधिक ईमानदारी की जरूरत होती है और आपको हर बार यह साबित करना होगा कि आप इसके योग्य हैं। मैं हमारे समाज और समुदाय का बहुत आभारी हूं।”
- जब आपके सामने मुश्किलें आती हैं, तो आपको समस्या से बड़ा होना पड़ता है। आपके भीतर वह क्षमता है, लेकिन आपको इसका एहसास नहीं है। यदि आप बड़े हो जायेंगे तो कठिनाइयां आपसे छोटी लगेंगी और आप उन्हें आसानी से हल कर लेंगे। अगर आप मुश्किलों से छोटे हो जाओगे तो वो पहाड़ बनकर आपको कुचल देंगी। यही वह सिद्धांत है जिसका मैंने जीवन में पालन किया है।”
- जब कोई डॉक्टर गलती करता है तो इंसान जमीन से छह फीट नीचे चला जाता है।” जब कोई जज गलती करता है तो व्यक्ति को जमीन से छह फीट ऊपर लटका दिया जाता है। लेकिन जब एक शिक्षक गलती करता है, तो छात्रों का पूरा समूह नष्ट हो जाता है। शिक्षकों को कभी भी नीची दृष्टि से न देखें।”
Discussion about this post