ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हेलिकॉप्टर क्रैश के दौरान हुई थी… इस दौरान विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की मौत हुई… लेकिन रूस जो कह रहा है… उसे सुनकर आप भी चौक जाएंगे…
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत का जिम्मेदार…. रूस ने अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों ने दुनिया के कई देशों की विमानन सुरक्षा के लिए बदतर हालात पैदा कर दिए हैं…..
कजाकिस्तान में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक में बोलते हुए लावरोव ने कहा, ‘अमेरिका इससे इनकार करता है लेकिन सच्चाई ये है कि जिन अन्य देशों के खिलाफ अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हैं, उन्हें विमानन सहित अमेरिकी उपकरणों के लिए स्पेयर पार्ट्स नहीं मिलते हैं…. सूत्रों के मुताबिक… लावरोव ने आगे कहा, ‘हम इन वाहनों का इस्तेमाल करने वाले आम नागरिकों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के बारे में बात कर रहे हैं…. जब स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति नहीं होती तब सीधे सुरक्षा के स्तर में कमी आती है.’…
बतादें कि..रविवार को अजरबैजान की सीमा के पास उत्तर-पश्चिमी ईरान में राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था जिसमें रईसी के साथ विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन, दो वरिष्ठ स्थानीय अधिकारी, दो सुरक्षाकर्मी, दो पायलट और एक क्रू के सदस्य सवार थे.. जिस क्षेत्र में हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ वहां का मौसम बेहद खराब था…. भारी बारिश और धुंध के कारण बचावकर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने में 17 घंटे से अधिक का समय लग गया… सोमवार को हेलिकॉप्टर का जला हुआ मलबा मिला जिसके बाद रईसी के मौत की पुष्टि की गई…
राष्ट्रपति रईसी अमेरिकी हेलिकॉप्टर Bell 212 में सवार थे जो कि चॉपर का एक पुराना मॉडल है…. प्रतिबंधों के कारण ईरान आधुनिक विमानन सामान या उनके स्पेयर पार्ट्स आयात नहीं कर पाता जिससे उसका विमानन क्षेत्र कमजोर हुआ है…. 2018 में ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध बेहद सख्त हो गए थे जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर एक अंतरराष्ट्रीय समझौते से पीछे हट गए थे…. प्रतिबंधों के कारण ईरान को अपने विमानन क्षेत्र के लिए घरेलू तकनीक पर ही निर्भर रहना पड़ता है.
रूसी विदेश मंत्री से पहले ईरान के पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अपने राष्ट्रपति की मौत के लिए अमेरिका को जिम्मेदार बताया था….. उन्होंने कहा था, ‘ ‘कल की त्रासदी के पीछे दोषियों में से एक अमेरिका है क्योंकि उसके प्रतिबंधों के कारण ईरान को जरूरी एविएशन पार्ट्स की खरीद करने से रोक दिया गया है. इसी कारण राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों को शहादत देनी पड़ी. अमेरिका का ये अपराध ईरानी लोगों को हमेशा याद रहेगा और यह इतिहास में दर्ज रहेगा.’…
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