राहुल गांधी लाल किले पर आयोजित समारोह में आम लोगों के साथ बैठे दिखे. कांग्रेस सांसद ने ऐसा क्यों किया, इसपर रक्षा मंत्रालय का बयान आया है. मंत्रालय के अनुसार राहुल के लिए आगे की सीट रिजर्व थी, लेकिन उन्होंने अपनी मर्जी से लाइन में पीछे बैठने का फैसला किया.
देश अठहत्तर 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अट्ठानबे 98 मिनट लंबा भाषण भी दिया। अब इस कार्यक्रम के एक पहलू पर सभी की नजर गई है, सोशल मीडिया पर उसकी सबसे ज्यादा चर्चा भी हो रही है। असल में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पहली पंक्ति में बैठने का मौका ही नहीं मिला। जो तस्वीर सामने आई है, उसमें वे चौथी पंक्ति में बैठे दिखाई दिए हैं।
अब सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि राहुल गांधी के साथ अन्याय हो गया है, राजनीति से प्रेरित होकर उन्हें पीछे बैठाया गया है। लेकिन इस विवाद पर गृह मंत्रालय ने अपनी तरफ से स्पष्टीकरण दे दिया है। दो टूक कहा गया है कि किसी के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। असल में शुरुआती पंक्तियों में इस बार ओलंपिक विजेताओं को बैठाया गया। उसके बाद जो पहली पंक्ति थी, उसमें राहुल गांधी बैठे।
अब समझने वाली बात यह है कि सरकारी प्रोटोकॉल के मुताबिक जो भी नेता प्रतिपक्ष होते हैं, उन्हें पहली पंक्ति में जगह दी जाती है। बड़ी बात यह है कि 2014 से 2019 तक तो किसी भी विपक्ष के नेता को पहली पंक्ति में वैसे भी बैठने को मौका नहीं मिला क्योंकि कोई नेता प्रतिपक्ष ही नहीं था। इस बार तो क्योंकि इंडिया गठबंधन को ज्यादा सीटें मिली, उसी वजह से राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनने का अवसर भी मिल गया। अभी के लिए सरकार का साफ कहना है कि प्रोटोकॉल की वजह से राहुल चौथी पंक्ति में बैठे थे। वैसे अभी तक कांग्रेस ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
राहुल गांधी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी. उन्होंने एक्स पर लिखा, सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. हमारे लिए स्वतंत्रता सिर्फ एक शब्द नहीं – संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में पिरोया हुआ हमारा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है. यह शक्ति है अभिव्यक्ति की, क्षमता है सच बोलने की और उम्मीद है सपनों को पूरा करने की. जय हिंद.
देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इस मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले पर बयान दिया. पीएम मोदी ने बांग्लादेश को लेकर उम्मीद जताई कि पड़ोसी देश में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी. उन्होंने कहा, एक पड़ोसी देश होने के नाते बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसे लेकर मैं चिंतित हूं. मुझे उम्मीद है कि वहां स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगी.
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