यूं तो दुनिया में न जाने कितने धर्म और जाति के लोग हैं मगर भारत समेत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती धार्मिक जनसंख्या की बात करें तो वह इस्लाम की है। मूल रूप से इस्लाम को मानने और उसे फॉलो करने के लिए कुछ अलग देश भी बने हैं, जिनमें सऊदी, कुवैत, दुबई, ईरान, इराक ur पाकिस्तान जैसे देश मुख्य रूप से शामिल है। हालांकि भारत और अमेरिका जैसे देशों में भी मुस्लिम जनसंख्या की कोई कमी नहीं है, मगर शायब अब होने लगे क्योंकि इस्लाम को मानने और फॉलो करने वाले कई मुस्लिम अब इस्लाम से मुंह मोड़ रहे हैं। ऐसा करने के पीछे उनकी वजह इस्लाम की कट्टरता और महिलाओं के साथ पक्षपात को बताया जा रहा है।
X-Muslims का ये है कहना
इस्लाम को छोड़ने वाली केरल की 48 साल की नूरजहां ने कुछ ऐसे कारण बताए हैं जिनसे उनका इस्लाम से विश्वास उठ गया। टाइम्स आफ इंडिया से बातचीत में नूरजहां ने बताया कि इस्लाम में हिजाब पहनने की मजबूरी, महिलाओं से भेदभाव और मजहब के नाम पर कट्टरता जैसे चीजों ने उनके इस्लाम से मोहभंग कर दिया। इसके बाद वह किसी और धर्म के तरफ बढ़ने के बजाय नास्तिकता की तरफ बढ़ी क्योंकि उन्हें वह ज्यादा तार्किक लगा। नूरजहां ने यह भी कहा कि बीते कुछ सालों में मैने इस्लाम से नाता तोड़ लिया है, मेरी दो बेटियां हैं और मैं उन्हें भी किसी भी धर्म की शिक्षा नहीं दे रही हूं।
Atheist नही X-Muslim कहलाएंगे ये
इस्लाम से दूरी बनाने वाले लोगों में एक वर्ग उनका भी है जो किसी और धर्म से आए थे। हालांकि यह दिलचस्प है कि जैसे हिंदू, ईसाई और अन्य धर्म को छोड़ने वाले लोग खुद को नास्तिक कहते हैं, वैसा इस्लाम को छोड़ने वाले नहीं कहते। यह लोग अपनी अलग ही पहचान बना रहे हैं और खुद को एक्स मुस्लिम यानी कि पूर्व मुसलमान कह रहे हैं।
X- Muslim मूवमेंट का बढ़ रहा है क्रेज़
भारी जनसंख्या में इस्लाम छोड़ने वालों के इस आंदोलन को एक मुस्लिम का नाम दिया गया है भारत ,अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के अलावा कई मुस्लिम बहुल देशों में भी इस तरह का आंदोलन जोर पकड़ रहा है। इन लोगों का कहना है कि हम मानते हैं कि इस्लाम की कुछ चीज ठीक नहीं है और ऐसे में हम उस मजहब का पालन नहीं कर सकते। बता दें कि ये मुस्लिम मूवमेंट एक ऐसे समय में जोर पकड़ रहा है जब कहा ये भी जा रहा है कि आने वाले 10 सालों में पूरी दुनिया में सबसे बड़ी संख्या इस्लाम को मानने वाली होगी।
1 लाख आदमी हर साल इस्लाम में हो रहा है कन्वर्ट
प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2035 तक दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान होने की बात कही गई है 2017 की प रिसोर्ट सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में 35 लाख मुसलमान है लेकिन इनमें से एक लाख हर साल इस्लाम छोड़ रहे हैं हालांकि सालाना इतने ही लोग इस्लाम कबूल भी रहे हैं ऐसी ही स्थिति यूरोप के पश्चिमी इलाकों में भी देखी जा रही है।
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