जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी का टिकट कट चुका है. कुछ लोग कह रहे हैं कि धनंजय सिंह खुद पीछे हट गए हैं. तो कुछ लोग इसे बीएसपी की रणनीति बता रहे हैं….
यूपी के जौनपुर में अचानक बीएसपी का टिकट बदले जाने से पूर्वांचल की सियासत गरमा गई है… चर्चा यह निकल पड़ी है कि धनंजय सिंह जो हर हाल में चुनाव लड़ना चाहते थे, उनकी पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह को बीएसपी ने टिकट दिया तो ऐसा क्या हुआ… कि बसपा ने रातों-रात उनका टिकट काटा और वर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट दे दिया…. आखिर बीएसपी का प्लान क्या है… उनके निशाने पर सपा है या बीजेपी….
चर्चा धनंजय सिंह पर एक अदृश्य दबाव की है… क्या यह दबाव जांच एजेंसियों का है.. या फिर किसी राजनीतिक दल का!… इस पर चर्चा तो खूब हो रही है, लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है…. देखा जा रहा है कि जबसे धनंजय सिंह जेल से बाहर आए हैं…. उसके बाद से ही श्रीकला धनंजय कि सियासी गतिविधियां कम हो गईं….. चुनाव प्रचार थम सा गया और अचानक यह चर्चा चल निकली कि बीएसपी अपना उम्मीदवार बदलने जा रही है…. देर रात श्याम सिंह यादव के पास मायावती का फोन आया और उन्हें बताया गया कि अब आप जौनपुर से बसपा के प्रत्याशी होंगे…. रातों-रात बसपा ने अपना टिकट बदल दिया और धनंजय सिंह एक बार फिर खाली हाथ रह गए.
जौनपुर में चर्चा यह भी है कि एक बार फिर कृपाशंकर सिंह जो कि भाजपा के उम्मीदवार हैं.. यह सब उनके ही मायाजाल का नतीजा है… दूसरी चर्चा यह कि हाल में तिहाड़ में जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई की गतिविधियों से भी धनंजय सिंह को जोड़ने की कोशिश हुई… इसके बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हुईं और इसके बाद धनंजय सिंह ने खुद को पीछे किया और तीसरी चर्चा यह कि भाजपा ने ठाकुर नेताओं की लॉबी का सहारा लिया.. और धनंजय सिंह पर दबाव बनाया. हाल में ही राजा भैया की मुलाकात अमित शाह से हुई…. इसके पहले बस्ती के राज किशोर सिंह बीजेपी में आ गए…. अभय सिंह न सिर्फ भाजपा में आए बल्कि उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा भी दी गई तो क्या सभी ठाकुर नेताओं ने मिलकर धनंजय सिंह को कोई आश्वासन दिया?
अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि धनंजय सिंह ने खुद को पीछे किया या मायावती ने उनकी पत्नी का टिकट काटा. चर्चा यह है धनंजय सिंह ने किसी अदृश्य दबाव में खुद को पीछे कर लिया है और मायावती से एक सम्मानजनक एग्जिट का आग्रह किया. इसके बाद मायावती ने अपने वर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट दे दिया.
ऐसी तमाम थ्योरी इस वक्त जौनपुर की सियासत में तैर रही हैं, जिसके जरिए यह समझने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वही धनंजय सिंह जिन्होंने हर हाल में चुनाव लड़ने की ठान रखी थी उनके तेवर क्यों ढीले पड़ गए? यह साफ होता जा रहा है कि बसपा ने टिकट काटा तो अब धनंजय सिंह या उनकी पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन क्या यह दांव बीजेपी को उल्टा पड़ेगा या अब यह सीट भी बीजेपी के लिए आसान हो जाएगी इस पर आने वाले दिनों में खूब सियासी चर्चा होगी.
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