एक तरफ प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले की जांच कर रही SIT ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है.. तो दूसरी ओर…. इस मामले में राहुल गांधी ने कर्नाटक के सीएम को पत्र लिखा है…
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखा है. इस पत्र में राहुल गांधी ने प्रज्वल रेवन्ना के उत्पीड़न का शिकार हुईं पीड़िताओं को हर संभव मदद देने को कहा है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम और गृह मंत्री पर भी जमकर निशाना साधा है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सिद्धारमैया को लिखे पत्र में राहुल गांधी ने कर्नाटक के सांसद रेवन्ना पर लगाए गए आरोपों की निंदा करते हुए आरोप लगाया है.. कि उन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हाथ है…. इस पत्र में राहुल गांधी ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा… कि उन्होंने अभी तक ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं देखा… जिसने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों पर लगातार चुप्पी साधे रखी हो.
कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में लिखते हुए सिद्धारमैया से अनुरोध करते हुए कहा कि कृपया पीड़िताओं को हर संभव सहायता प्रदान करें. आगे उन्होंने लिखा कि वे हमारी करुणा और एकजुटता की पात्र हैं क्योंकि वे न्याय के लिए अपनी लड़ाई लड़ रही हैं. यह सुनिश्चित करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि इन जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को सजा दी जाए. रेवन्ना पर लगाए गए इस आरोप की बात करते हुए राहुल गांधी ने इस घटना को भयावह यौन हिंसा का नाम दिया है. उन्होंने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना ने बीते कई सालों में सैकड़ों महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया और उनका वीडियो बनाया है. उनमें से कई महिलाएं, जो उन्हें भाई और बेटे के रूप में देखती थीं, उनके साथ भी हिंसक तरीके से क्रूरता की गई और उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई गई. हमारी माताओं और बहनों से दुष्कर्म के लिए सबसे सख्त सजा दिए जाने की आवश्यकता है.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2023 में देवराजे गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना के इस अपराध के बारे में अमित शाह को बताया था, उन्होंने उनके यौन हिंसा के इतिहास और वीडियो के बारे में गृह मंत्री को पूरी जानकारी दी थी लेकिन यह पता होने के बावजूद केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं ने और पीएम ने एक बलात्कारी के लिए प्रचार किया.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस माताओं और बहनों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ता है और यह उसका नैतिक कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि कर्नाटक सरकार ने इन गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक SIT का गठन किया है और प्रधानमंत्री से प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने और उन्हें जल्द से जल्द भारत लाए जाने का अनुरोध भी किया है.
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