Barish Quotes in Hindi: जब हम छोटे थे तब बिना किसी झिझक के बारिश के पानी में भीगते थे, कागज़ से बनाई अपनी नाव को बारिश के पानी में चलाते थे। तब ऐसा लगता था कि पूरे जहां की खुशियां हमें बारिश के बूंदों से मिल गई, हालांकि बड़े बड़े होते होते बारिश के मायने काफी बदल गए। बारिश जिसे भारत में एक एहसास माना जाता, बारिश जिसे मोहब्बत का एक साज़ माना जाता है। ये मौसम जब भी आता है, प्यार के पत्ते बिखरा ही जाता है, आप भी सोच रहे है कि आज लेखक को क्या हो गया, बड़ी बहकी बहकी सी बाते हो रही है, हम क्या आप भी नही बचेंगे जब बारिश को दर्शाती इन शायरियों और कोट्स को पढ़ेंगे।
शायरियो की तरफ बढ़ने से पहले हम आपको बता दे कि बारिश का मैसम्मब ज्यादा दूर नही है इसलिए आप बच्चे हो या बड़े, इन कोट्स और शायरोयो को अपनी डेली डायरी में उतारना न भूले, साथ ही बारिश को लेकर अपनी भी कुछ पसंदीदा पेशकश को हमारे साथ ज़रूर शेयर करे।
आइए फिर शुरू करते है, पढ़े बारिश से रिलेटेड कोट्स और वन लाइनर:
1. ज़मीन जल चुकी है, आसमान बाकी है,
सूखे कुएं तुम्हारा इम्तहान बाकी है,
बादलों बरस जाना समय पर इस बार,
किसी का मकान गिरवी तो किसी का लगान बाकी है.
2. फ़लक पर उड़ते जाते बादलों को देखता हूँ मैं
हवा कहती है मुझ से ये तमाशा कैसा लगता है
3. उस जहां में ग़ुनाह की सज़ा कुछ और है,
बिन मौसम के बारिश का मज़ा कुछ और है
4. वो अब क्या ख़ाक आए हाए क़िस्मत में तरसना था
तुझे ऐ अब्र-ए-रहमत आज ही इतना बरसना था
5. ऐ बारिश, तुझसे शुक्रिया इन कलियों ने कहा है,
एक तुझसे मिलने के लिए सूरज की गर्मी को सहा है.
6. आने वाली बरखा देखें क्या दिखलाए आँखों को
ये बरखा बरसाते दिन तो बिन प्रीतम बे-कार गए
7. रास्तों में सफ़र करने का मज़ा आ जाता है,
जब बारिश का सुहाना मौसम हो जाता है.
8. गुनगुनाती हुई आती हैं फ़लक से बूँदें
कोई बदली तिरी पाज़ेब से टकराई है
9. अपने रास्ते को कभी भी अपनी मंज़िल मत समझिए,
सिर्फ़ इसलिए कि अभी तूफ़ान चल रहा है,
इसका मतलब ये नहीं कि आप रौशनी की तरफ़ नहीं बढ़ रहे हैं.
10. उन्हें हम किस तरह ग़ुलाब का फूल दें,
जिसके आने से पहले मानसून ही गुलाबी हो जाए.
11. सीज़न है बरसात का, याद आती है आपकी,
बारिश की हर बूंद में आवाज़ आती है तुम्हारी,
तेज पवन के चलने से जान हमारी जाती है,
मौसम है हत्यारा याद तुम्हारी आती है.
12. कौन है इस रिम-झिम के पीछे छुपा हुआ
ये आँसू सारे के सारे किस के हैं
13. आज मौसम कितना ख़ुश गंवार हो गया,
ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया,
बारिश की बूंदें गिरी इस तरह से,
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया.
14. क्या कहूँ दीदा-ए-तर ये तो मिरा चेहरा है
संग कट जाते हैं बारिश की जहाँ धार गिरे
15. सारी इतरो की खुशबू मंद पड़ी गई, ज़मीन पर बारिश की बूंदे जो चांद पड़ गई।
Discussion about this post