पुलिस ने कहा कि शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 17 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा के दौरान माधवी लता ने तीर निकालकर उसे धार्मिक स्थल की तरफ चलाने का इशारा किया, जिससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुईं.
तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की कैंडिडेट माधवी लता के खिलाफ मजिस्द की तरफ काल्पनिक तीर छोड़ने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। रामनवमी के मौके पर निकली शोभायात्रा में माधवी ने हवा में आसमान की तरफ राम बाण चलाने का प्रदर्शन किया था। AIMIM ने वायरल वीडियो के आधार पर आरोप लगाया है कि बीजेपी की कैंडिडेट ने मस्जिद की तरफ तीर छोड़ा। पार्टी के प्रमुख असुदद्दीन ओवैसी इस मुद्दा बना चुके हैं। अब विवाद के तूल पकड़ने के बाद हैदराबाद के बेगम बाजार थाने में माधवी लता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बेगम बाजार थाने में यह एफआईआर शेख इमरान ने दर्ज कराई है। इमरान के अनुसार पुलिस ने माधवी लता के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। पुलिस ने माधवी लता के खिलाफ 295 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब आगे की जांच के लिए एसआईटी का गठन करेगी।
तीर विवाद में खुद के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर माधवी लता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। माधवी लता ने कहा है कि यह हास्यास्पद है। अगर मैं मुसलमानों के खिलाफ होती तो रमज़ान पर निकलने वाले हज़रत अली साब के जुलूस में क्यों शामिल होती। मैंने कई लोगों को अपने हाथों से खाना बांटा है। यही कारण है कि ये लोग ऐसा करना चाहते हैं। अपने गंदे सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से मुझे निशाना बना रहे हैं क्योंकि वे उस दिन से डरे हुए हैं जिस दिन मैंने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम AIMIM पर निशाना साधा था।
माधवी लता कह चुकी हैं कि जिस जगह पर उन्होंने काल्पनिक तौर पर राम बाण छोड़ने का प्रदर्शन किया था। वहां पर दूर तक कोई मस्जिद नहीं थी। माधवी लता का कहना है कि वायरल वीडियो में मस्जिद को जोड़ा गया है। उनका कहना है कि AIMIM डर गई है। इसलिए ऐसा कर ही है।
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