उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो चुकी है… जेल के अधिकारियों का दावा है कि पांच बार के विधायक मुख्तार अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई, जबकि परिजन जहर देने की बात कह रहे हैं.
तो मुख्तार अंसारी के मौत के पीछे की असलियत क्या है…. क्योंकि मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी का आरोप है… कि 19 मार्च की रात में मुख्तार अंसारी को जहर दिया गया था…. फिलहाल मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम होगा… जिसमें उसकी मौत की वजह साफ हो पाएगी….. हालांकि इस पर राजनीतिक बयान आने शुरू हो गए हैं…
मुख्तार अंसारी को अपनी मौत का अंदेशा पहले ही हो गया था…. यही वजह है कि बाराबंकी कोर्ट में मुख्तार अंसारी ने एक प्रार्थना पत्र देकर जेल के खाने में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था….. मुख्तार अंसारी की तरफ से कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया था… कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है… जिससे उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई है… और ऐसा लगता है कि उसकी कभी भी मौत हो जायेगी…
मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए अदालत से इलाज करवाने और मेडिकल बोर्ड का गठन करके जांच करने की गुहार लगाई थी…. वकील रणधीर सिंह सुमन की ओर से मुख्तार अंसारी ने कोर्ट को बताया…. कि उसे 19 मार्च की रात खाने में विषाक्त पदार्थ दिया गया…. जिसकी वजह से उसकी तबीयत खराब हो गई…. ऐसा लग रहा है कि उसका दम निकल जाएगा… उसके बाद से उसे बहुत ज्याद घबराहट हो रही है…. जबकि इससे पहले उसका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक था….
इससे 40 दिन पहले भी मुख्तार अंसारी ने खाने में विषाक्त पदार्थ मिलाकर देने का आरोप लगाया था… यानी मुख्तार अंसारी की ओर बार-बार खाने में जहर देने का आरोप लगाया जा रहा था. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की माने तो मौत से एक दिन पहले ही मुख्तार ने उसे फोन किया था. इस बातचीत का जिक्र करते हुए उमर अंसारी ने कहा कि मेरे पास जेल के पीसीओ से फोन आया था, जिसमें वो कह रहे थे कि मैं बहुत बीमार हूं.
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