सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश करके आप इस वित्तीय वर्ष (2024-25) में अधिकतम रिटर्न पा सकते है। इसमें जल्द से जल्द निवेश करने पर आपको टैक्स डिपोजिट करना Higher Tax Exempt Interest देगा, जिससे आप अपनी बच्चियों के भविष्य को भी लाभ होगा। सेविंग को मैक्सिमाइज करने के लिए समय पर इसका भुगतान करना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन अगर आपने 5 अप्रैल से पहले SSY अकाउंट में आपने निवेश नहीं किया तो आपका रिटर्न 2024-25 के लिए ऑप्टिमाइज हो जायेगा।
आइए जानते है कैसे-
ये है वजह
पहले की बात करे तो दिसंबर 2019 में हुए बदलाव के पहले सुकन्या समृद्धि योजना में हर महीने के दसवें दिन की समाप्ति और अंतिम दिन के बीच उपलब्ध मिनिमम बैलेंस पर ही ब्याज मिलता था। परंतु नए नियमों के अनुसार अब सुकन्या समृद्धि योजना में प्रत्येक माह की 5 तारीख से अंत तक अकाउंट में सबसे कम शेष राशि के आधार पर ब्याज की गणना की जाती है। इसका मतलब यह है कि जो निवेशक अपने SSY अकाउंट में एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं, उन्हें ब्याज पर इनकम को अधिकतम करने के लिए अप्रैल 5 से पहले पैसा डिपॉजिट करना चाहिए। यह समय सीमा को चूकने पर सालाना डिपॉजिट पर अतिरिक्त ब्याज का नुकसान होता है।
PPF में भी करें
नियमों के मुताबिक SSY और PPF इन दोनों सेविंग स्कीम्स में हर महीने की 5 और अंतिम तारीख के बीच उपलब्ध मिनिमम बैलेंस पर ही ब्याज मिलता है। इसलिए आपको न सिर्फ SSY में बल्कि आपको 5 अप्रैल से पहले अपने अकाउंट में पैसे जमा करवाने हैं, बल्कि PPF में भी अगर 5 तारीख तक आपने निवेश नहीं किया तो आपको उस महीने के लिए ब्याज नहीं मिलेगा, क्योंकि इसमें ब्याज की कैलकुलेशन भी SSY की तरह होती है। इसका मतलब यह है कि अगर आप महीने की 5 तारीख से पहले या 5 तारीख तक निवेश नहीं करते हैं तो आपको उस महीने के लिए ब्याज नहीं मिलेगा। आपने किस तरीख को निवेश किया है, इससे मैच्योरिटी पर मिलने वाले रिटर्न पर अच्छा-खासा असर पड़ जाता है। गौरतलब है कि ब्याज की गणना मंथली आधार पर की जाती है, लेकिन पूरा ब्याज वित्त वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 मार्च को क्रेडिट होता है। इन दोनों स्कीम्स में ब्याज की कंपाउंडिंग सालाना आधार पर होती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपके पास सरप्लस है तो आप प्रत्येक वित्त वर्ष 5 अप्रैल तक या इससे पहले एकमुश्त निवेश करने की कोशिश करें। अगर प्रत्येक महीने करने में ज्यादा सुविधा है तो भी कम से कम इसे महीने की 5 तारीख से पहले या 5 तारीख तक कर दें।
चलिए, एक नज़र दोनों को उदाहरण पर डालते है।
SSY में 5 अप्रैल के बाद किए गए निवेश में नुकसान
उदाहरण के लिए, अप्रैल-जून 2024 तिमाही के लिए SSY की वर्तमान ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है। यह मानते हुए कि यह रेट 21 साल के लिए स्थिर रहती है, तो ऐसे में यदि कोई अकाउंटहोल्डर 5 अप्रैल से पहले 15 साल तक सालाना 1.5 लाख रुपये जमा करता है, तो उसे ब्याज के रूप में 49.32 लाख रुपये मिलेंगे। हालांकि, अगर 5 अप्रैल के बाद जमा किया जाता है, तो अर्जित ब्याज 48.85 लाख रुपये होगा। इस प्रकार 5 अप्रैल के बाद एकमुश्त निवेश करने पर अकाउंटहोल्डर को 21 साल की अवधि में 47,014 रुपये का नुकसान होगा।
PPF में
PPF अकाउंट के लिए मान लें कि मैच्योरिटी की पूरी अवधि (15 साल) के लिए ब्याज दर 8% है। कैलकुलेशन में एक वित्त वर्ष में निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये को लिया जाए तो, अगर आप आप प्रत्येक वित्त वर्ष एकमुश्त 1,50,000 रुपये 5 अप्रैल या इससे पहले जमा करते हैं तो 15 साल की मैच्योरिटी अवधि के बाद अमाउंट होगा = 43,98,642 रुपये, वहीं अगर आप एकमुश्त 1,50,000 रुपये 5 अप्रैल के बाद जमा करते हैं तो मैच्योरिटी अमाउंट होगा = 43,71,490 रुपये। तो ऐसे में आपको 27,152 रुपये रिटर्न का नुकसान होगा।
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