गाजियाबाद में राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक साथ दिखाई दिए हैं. इससे पहले विधानसभा गठबंधन में भी दोनों साथ आ चुके है.. तो यूपी के दो लड़के जब साथ आए तो उन्होंने क्या है.. आइये आपको बताते हैं..
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की….जिसमें दोनों ने बीजेपी और RSS को जमकर घेरा है… दोनों ने साझा बयान देते हुए.. बीजेपी पर आरोपों की बौछार की.. .2017 के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने एक साथ बीजेपी पर प्रहार किया है..तो वहीं अमेठी सीट को लेकर भी सस्पेंस बरकरार रखा है…
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां धुआंधार प्रचार कर रही हैं और पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को है…. हालांकि अब तक उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित सीट अमेठी से कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया… इस संबंध में पार्टी के नेता राहुल गांधी से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया है… उन्होंने इसका फैसला पार्टी पर छोड़ दिया है. वहीं, अमेठी की मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी को दोबारा भारतीय जनता पार्टी पार्टी ने टिकट दिया है.
गाजियाबाद में बुधवार को राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ये चुनाव विचारधारा का चुनाव है. एक तरफ RSS-BJP संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है, दूसरी तरफ INDIA गठबंधन उसको बचाने में लगा है. चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई, भागीदारी तीन बड़े मुद्दे हैं, लेकिन BJP 24 घंटे लोगों को गुमराह करने में लगी रहती है. राहुल गांधी ने कहा कि हम देश में हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपए देंगे. किसान सही MSP और कर्ज माफी की मांग कर रहा है, इसलिए हम MSP की कानूनी गारंटी देंगे. इसी कड़ी में हम किसानों के कर्ज भी माफ करेंगे.
वहीं, अखिलेश यादव ने कहा, ‘मुझे खुशी है हम मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. यूपी में गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक BJP का सफाया होने जा रहा है. BJP की हर बात झूठी निकली, न किसान की आय दोगुनी हुई, न युवाओं को रोजगार मिला, विकास के वादे भी अधूरे हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड ने इनकी पोल खोल दी है.
साल बाद यूपी के इन दिग्गज नेताओं ने इंडिया गठबंधन को आगे बढ़ाने की ठान ली है… और बीजेपी का कड़ा विरोध किया.. लेकिन ये वक्त ही बताएगा की… इन दोनों का साथ.. बीजेपी को नुकसान पहुंचाएगा.. क्या फिर से एनडीए की सरकार रिपीट होगी…
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