केंद्र की सत्ता में हैट्रिक लगाने के दावे के साथ BJP के शीर्ष चेहरे प्रचार में उतर रहे हैं… और लग रहा है.. औऱ पार्टी में पूरा विश्वास नजर आ रहा है.. वहीं दूसरी तरफ….. सपा टिकटों को लेकर अभी कन्फयूजन में है….
यूपी में पूरी 80 सीटें जीतने का दावा कर रहे मुख्य विपक्षी दल सपा का नेतृत्व टिकटों की अदला-बदली से ही जूझ रहा है… पार्टी ने इस बार महीनों पहले उम्मीदवारी को लेकर जमीनी मंथन के दावे किए थे… लोकसभा क्षेत्रवार बैठकें हो रही थीं…. फिर भी रोज नाम बदले जा रहे हैं… इसके चलते क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचने की जगह उम्मीदवार और दावेदार दोनों ही टिकट पाने और बचाने में ही अपनी पूरी ताकत झोंके हुए हैं….
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पिछले साल नवंबर से ही जिले और लोकसभा क्षेत्रवार संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक का सिलसिला शुरू कर दिया था…. जमीनी मुद्दों के अलावा संभावित चेहरों पर भी चर्चा की गई थी…. नीचे से नाम भी मांगे गए… 30 जनवरी को जब सपा ने 16 प्रत्याशियों की पहली सूची घोषित की तो लगा… कि पार्टी का इस बार जमीनी तैयारी और उम्मीदवारी दोनों को लेकर होमवर्क बेहतर है… लेकिन, चुनाव करीब आते-आते टिकट काटने की पुरानी बीमारी उभर आई है।
समाजवादी पार्टी की घोषित होने वाली कमोबेश हर सूची में किसी न किसी सीट से उम्मीदवार बदल जा रहा है…. पार्टी अब तक 6 सीटों पर चेहरे बदल चुकी है…. मिश्रिख और नोएडा में तो तीन-तीन बार टिकट बदले जा चुके हैं… मुरादाबाद में तीन दिन में दो उम्मीदवार घोषित हुए… जिसे लेकर अंतर्विरोध संभालना पार्टी के लिए मुश्किल हो रहा है…
यूपी में हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में भी टिकटों को लेकर सपा में अनिर्णय की स्थिति देखने को मिली थी… अवध, पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक उम्मीदवार घोषित होते रहे… टिकट कटते रहे और फिर नए नाम जुड़ते रहे… इस कारण अधिकतर सीटों पर सपा को हार का सामना करना पड़ा। स्थिति यह रही कि बाद में सपा ने प्रत्याशियों की आधिकारिक सूची जारी करना ही बंद कर दी।
सपा अब तक बदायूं, मिश्रिख, नोएडा, मुरादाबाद, बिजनौर और संभल के टिकट बदल चुकी हैं… मेरठ के कई नेता लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। यहां से भानु प्रताप सिंह का टिकट कटना तय माना जा रहा है…. सूत्रों के अनुसार पूर्वांचल और बुंदलेखंड की भी एक-एक सीट पर प्रत्याशी बदले जाने की चर्चा है। यहां उम्मीदवार घोषित होने के बाद टिकट की आस लगाए हुए दूसरे दावेदार नेतृत्व के सामने कई बार अपनी अर्जी लगा चुके हैं, जिस पर विचार करने का आश्वासन भी दिया गया है।
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