खबरें मिल रही हैं.. कि अरुण गोविल मेरठ से मुंबई पहुंच गए हैं.. अचानक उनका यूं मुंबई जाना.. बात कुछ हजम नहीं हुई… लेकिन उनका X अकाउंट जरुर कुछ कहता है…
अपने X अकाउंट पर अरुण गोविल ने कुछ ऐसा लिखा.. जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो अपनी ही पार्टी के किसी नेता से खफा हैं… उन्होंने लिखा कि… ‘जब किसी का दोहरा चरित्र सामने आता है तो उससे अधिक स्वयं पर क्रोध आता है कि हमने कैसे आंखें बंद करके ऐसे इंसान पर भरोसा किया। जय श्री राम।’ उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखे पोस्ट को लेकर ट्रोल होने के बाद उसे डिलीट कर दिया है…. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद से ही यहां सियासी पारा चढ़ गया था। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे…
अरुण गोविल ने रविवार की सुबह करीब 7 बजे अपने X अकाउंट पर यह पोस्ट डाली थी लेकिन थोड़ी ही देर में पोस्ट वायरल हो गई.. लोग जमकर ट्रोल करने लगे। करीब 3 घंटे बाद गोविल ने इस पोस्ट को अपने अकाउंट से डिलीट कर दिया… लेकिन तब तक पोस्ट अपना असर दिखा चुका था… पोस्ट के बाद से ही पार्टी, संगठन, नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं…. लोग इसके अलग-अलग मायने निकालने लगे…. कुछ लोगों का मानना था कि गोविल ने पार्टी के नेताओं के भीतरघात से आहत होकर यह पोस्ट लिखा है… इस पर कांग्रेस ने निशाना साधते हुए पैराशूट पॉलिटिक्स की बात कही है…
कांग्रेस यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी निशाना साधा है… उन्होंने लिखा- पता चल रहा है कि मेरठ से भाजपा प्रत्याशी रहे अरुण गोविल जी चुनाव निपटने के अगले ही दिन मुंबई निकल गए… शायद इन्हें जनता के बीच रहने में दिक्कत थी… ये जनाब कल पोलिंग बूथ के अंदर वीडियोग्राफी करा रहे थे। इनके चुनाव प्रचार में एक व्यापारी की जेब से 36000 रुपये उड़ा लिए गए.. इतना ही नहीं चुनाव प्रचार में जब एक पत्रकार ने इनसे मेरठ के मुद्दे पूछे तो इन्हें कुछ नहीं पता था। ज़वाब में ये इतना ही बोल पाए कि पहले चुनाव हो जाये फिर मुद्दे देखेंगे!
मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट के लिए बीजेपी से अरुण गोविल को उम्मीदवार बनाने के बाद यह सवाल कई बार पूछा गया कि चुनाव के बाद वे मेरठ में रहेंगे या नहीं… हालांकि अरुण गोविल ने हरदम कहा कि वे अब अपनी जन्मभूमि की सेवा करने आए हैं और यहीं रहेंगे… जनता और स्थानीय बीजेपी नेताओं में बाहरी प्रत्याशी के कारण काफी नाराजगी थी… जनता में रोष था कि बाहरी प्रत्याशी को मुंबई से लाकर मेरठ में टिकट क्यों दिया गया…. उन्हें कोई स्थानीय प्रत्याशी मिलना चाहिए था… वहीं बीजेपी में भी इस बात पर काफी नाराजगी थी कि पार्टी को किसी स्थानीय नेता को टिकट देना चाहिए था….
अचानक अरुण गोविल का मुंबई जाना ये साफ कर देता है …कि कहीं ना कहीं…. बीजेपी के स्थानीय नेता अरुण गोविल को टिकट मिलने से नाराज हैं…
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