लोकसभा चुनाव 2024 कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती… इस बार कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती.. तो वहीं प्रियंका अपने भाई राहुल गांधी को जिताने के लिए चुनाव प्रचार में जुट गई हैं…
लोकसभा चुनाव के रण में सभी पार्टियां जमकर प्रचार कर रही हैं… और सभी की निगाहें उत्तरप्रदेश पर टिकी हुई हैं.. हो भी क्यों ना.. क्योंकि.. यहां से ही तय होता है… कि पलड़ा किसका भारी है… लेकिन इन सब के बीच इस समय रायबरेली और अमेठी हॉट सीटें हैं, जहां मुकाबला दिलचस्प बना हुआ है. यहां गांधी परिवार की साख दांव पर लगी ही. यही वजह है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस क्षेत्र में डेरा डाला हुआ है और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हर संभव रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं.
तो आपको बताते हैं.. कि क्या है प्रियंका गांधी की रणनीति.. प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली क्षेत्र मे 12 दिनों तक रहेंगी. उन्होंने अमेठी-रायबरेली की हर विधानसभा के ज्यादा से ज्यादा गांवों को टच करने का टारगेट सेट किया है… ताकि पार्टी के पक्ष में बेहतर से बेहतर माहौल बनाया जा सके… कांग्रेस महासचिव रोजाना करीब 20 नुक्कड़ सभाएं करेंगी…. साथ ही साथ उन्होंने दोनों सीटों पर विश्वासपात्र 500 कार्यकर्ताओं को तैनात किया है, जो बारीकी से चुनाव की रणनीति को जमीन पर उतारने का काम करेंगे….
प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं के साथ रोजाना रणनीतिक बैठक करेंगी और सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी पार्टी को घेरेंगी और तीखा प्रचार करेंगी…. इसके अलावा अमेठी में अशोक गहलोत और रायबरेली में भूपेश बघेल के अनुभव का इस्तेमाल किया जाएगा…. गांधी परिवार ने इन इलाकों का मोतीलाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, राजीव गांधी के जुड़ाव वाले वाकयों का इस्तेमाल करके चुनाव में भावनात्मक अपील करने की कोशिश की है.
अमेठी से उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा के अनुभव का रायबरेली में भी इस्तेमाल किया जाएगा… कांग्रेस ने आजादी आंदोलन, संविधान बचाओ के नारों के जरिए क्रांति की धरती पर सत्य की लड़ाई थीम रखी है. इसके अलावा महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर जोर देने की कोशिश है.
प्रियंका गांधी ने लक्ष्य निर्धारित किया है… कि रायबरेली से कांग्रेस उम्मीदवार और उनके भाई राहुल गांधी को केरल की वायनाड सीट से ज्यादा मतों के अंतर से जिताया जाए… इसके पीछे की रणनीति ये है कि अगर राहुल गांधी रायबरेली में ज्यादा मतों से जीतते हैं तो वायनाड छोड़ने के लिए तर्क रहेगा…. पिछले चुनाव में वायनाड से राहुल गांधी 4 लाख 30 हजार वोटों से जीते थे. इस बार रायबरेली से राहुल के सामने बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह हैं… तो अब देखना होगा कि प्रियंका की रणनीति राहुल गांधी के काम आयेगी या नहीं..
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